


BSP सुप्रीमो मायावती 9 अक्टूबर को लखनऊ में एक बड़ी रैली करने जा रही हैं। बहुजन आंदोलन के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि का, लेकिन राजनीतिक हलकों में इसे मायावती की राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन रैली के तौर पर देखा जा रहा है।
कार्यक्रम का आयोजन कांशीराम स्मारक स्थल (इको गार्डन) में किया जा रहा है। जहां पार्टी ने देशभर से कार्यकर्ताओं के जुटने का आह्वान किया है। BSP नेताओं का दावा है कि इस कार्यक्रम में 5 लाख से अधिक लोग शामिल होंगे। पार्टी ने इस आयोजन को “श्रद्धा सुमन कार्यक्रम” नाम दिया है, लेकिन इसे दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज को फिर से जोड़ने की कोशिश माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह रैली BSP की राजनीतिक वापसी की घोषणा जैसी है।
22 में एक सीट 24 में खाता नहीं खुला
2022 के विधानसभा चुनावों में BSP को सिर्फ एक सीट मिली थी, जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का खाता तक नहीं खुला। अब मायावती 2027 को लक्ष्य बनाकर अपनी परंपरागत जमीन फिर से मजबूत करने में जुटी हैं।